कम्प्यूटर का परिचय
कम्प्यूटर के विषय में जानने से पहले हमें आज अपने जीवन में इसके निरन्तर बढते हुए प्रभाव पर दृष्टिपात करना चाहिए। आज हर क्षेत्र में कम्प्यूटर हमारे जीवन पर छाया हुआ है।
एयरलाइन्स और रेलवे आरक्षण, टेलीफोन और बिजली के बिल, बैंक,रोगों की जाँच पडताल, मौसम सम्बन्धी जानकारी आदि जिन- जिन विभागों में आज कम्प्यूटर का प्रयोग हो रहा है, उनकी एक लम्बी सूची है।
कम्प्यूटर किसे कहते है
कम्प्यूटर एक ऐसा उपकरण है जिसमें आँकडों का निवेश, उनका संकलन व उनका उपयोग क्षिप्रता और कुशलता से करने के साथ – साथ अनेक बाह्य सूचनाओं को भी प्राप्त किया जा सकता है।
इस प्रकार कम्प्यूटर में एक या एक से अधिक इनपुट डिवाइस, स्टोरेज डिवाइस तथा इन सबके प्रयोग की तकनीकि इकाई (प्रौसेसिंग यूनिट) होती है।
कम्प्यूटर की उपयोगिताएँ (कम्प्यूटर की तीन मूलभूत उपयोगिताएँ है – स्पीड,एक्युरेसी और डीलीजेन्स। )
कम्प्यूटर उकताए और थके बिना लगातार काम करने की क्षमता रखता है।
फिर भी कम्प्यूटर काम करने के निश्चित निर्देशों व तरीकों को ग्रहण करने के कारण, सभी प्रकार के मानवीय कार्यों को करने में असमर्थ रहता है।
कम्प्यूटर में निविष्ट सूचनाओं के परे, मनुष्य के समान सभी प्रकार के कार्यों का निदान प्रस्तुत करने की क्षमता नहीं होती। अचानक से उपस्थित हुई अपरिचित स्थिति में कम्प्यूटर त्रुटिपूर्ण परिणाम देने लगता है
या उस कार्य विशेष की जानकारी के अभाव में अस्वीकृत उसे कर देता है।