Amer Fort
– आमेर का किला जयपुर, राजस्थान के उपनगर आमेर में जयपुर शहर से 11 किमी. दूर स्थित है।
– निर्माण कर्ता: राजा मानसिंह प्रथम तत्पश्चात सवाई जयसिंह द्वारा अनेक योगदान व सुधार
– निर्माण सामग्री: लाल बलुआ पत्थर पाषाण एवं संगमर्मर
– चित्तौड़गढ़ दुर्ग भारत का सबसे विशाल दुर्ग है।
– इसे राजस्थान का गौरव, चित्रकूट दुर्ग और प्राचीन किलो का सिरमोर भी कहते है।
– दुर्ग में दर्शनीय स्थल – कुम्भा महल, पद्मिनी महल, फतह प्रकाश महल, विजय स्तम्भ, कीर्ति स्तम्भ(आदिनाथ तीर्थ), कुम्भ स्वामी मंदिर, मीरा मंदिर, तुलजा भवानी मंदिर और जयमल-पत्ता की छतरी।
Mehrangarh Fort
– मेहरानगढ़ का किला जोधपुर में स्थित है – राव जोधा ने 12 मई 1459 को इस पहाडी पर किले की नीव डाली महाराज जसवंत सिंह (1638-78) ने इसे पूरा किया। – मूल रूप से किले के सात द्वार (पोल) (आठवाँ द्वार गुप्त है) हैं। प्रथम द्वार पर हाथियों के हमले से बचाव के लिए नुकीली कीलें लगी हैं।
Kumbhalgarh Fort
– निर्माण – महाराणा कुम्भा – दुर्ग शिल्पी – मंडन – 36 किमी लम्बी बाउंड्री दिवार दुर्ग के चारो और
Ranthambore Fort, Sawai Madhopur
– निर्माता – रणथम्मण देव – अबुल फज़ल – “अन्य सब दुर्ग नंगे है जबकि यह दुर्ग बख्तरबंद है।” – यह दुर्ग सात पर्वत श्रृंखलाओ से गिरा है इसलिए दूर से नही दिखता। – इस दुर्ग में त्रिनेत्र गणेश जी का प्रसिद्द मेला भरता है।
Junagarh Fort Bikaner
– निर्माता :- राय सिंह – हिन्दू मुस्लिम स्थापत्य कला शैली का सुन्दर समन्वय। – जयमल- पत्ता की गजारुढ़ मूर्तिया इस किले के दरवाज़े पर स्थित है।
City Palace Jaipur
– सिटी पैलेस का निर्माण महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने 1729 से 1732 ई. के मध्य कराया था।
City Palace Udaipur
– सिटी पैलेस काम्प,लेक्स राजस्थान राज्य के ख़ूबसूरत शहर उदयपुर का सबसे आकर्षक पर्यटन स्थल माना जाता है। – उदयपुर में सिटी पैलेस की स्थासपना 16वीं शताब्दी में आरम्भर हुई।
– इस किले का निर्माता, जाट राजा सूरजमल ने अठारहवीं सदी में किया था । – मिट्टी की दीवारों से इतनी पुख्ता सुरक्षा के कारण एक कहावत घर-घर में चल पड़ी थी कि “जाट मिट्टी से भी सुरक्षा के उपाय खोज लेते हैं।”